हमें हमेशा स्वयं को व्यस्त रखना चाहिए। कहते हैं की जब हम काम नहीं करते तो हमारा मस्तिष्क ऐसे विचार करने लगता है जो हमें हमारे लक्ष्य से भटकाते हैं। हममें नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए जरुरी है कि हम स्वयं को व्यस्त रखें। और अगर हमारे पास कोई काम नहीं है तो प्रार्थना करें। प्रभु ईसा जो सकारात्मक ऊर्जा के अनंत स्त्रोत है वे आपको भी सकारात्मकता से परिपूरित करेंगे और प्रार्थना की शक्ति को तो आप जानते ही हैं।
`मैं तुमसे कहता हूँ - माँगो और तुम्हे दिया जायेगा '
`मैं तुमसे कहता हूँ - माँगो और तुम्हे दिया जायेगा '
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