अपमान और उपहास
प्रभु ईसा ने सर्वशक्तिमान ईश्वर के पुत्र होते हुए भी अपमान और उपहास सहन किया और ऐसे लोगों को क्षमा किया। क्यूंकि शक्तिमान और बुद्धिमान व्यक्ति क्षमा करते हैं और जो कमजोर होता है वह अपने अपमान को ह्रदय में रखकर दूसरों को नीचा दिखता है। `इसके बाद राज्यपाल के सैनिकों को भवन के अंदर ले जा कर उनके पास सारी पलटन एकत्र कर ली। उन्होंने उनके कपडे ऊतक कर उन्हें लाल चोगा पहनाया काँटों का मुकुट गूंथकर उनके सर पर रखा और उनके दाहिने हाथ में सरकंडा थमा दिया। तब उनके सामने घुटने तक कर उन्होंने यह कहते हुए उनका उपहास किया। ' प्रभु ईसा ने क्रूस पर सभी को क्षमा देने के लिए प्रार्थना की।
प्रभु ईसा ने सर्वशक्तिमान ईश्वर के पुत्र होते हुए भी अपमान और उपहास सहन किया और ऐसे लोगों को क्षमा किया। क्यूंकि शक्तिमान और बुद्धिमान व्यक्ति क्षमा करते हैं और जो कमजोर होता है वह अपने अपमान को ह्रदय में रखकर दूसरों को नीचा दिखता है। `इसके बाद राज्यपाल के सैनिकों को भवन के अंदर ले जा कर उनके पास सारी पलटन एकत्र कर ली। उन्होंने उनके कपडे ऊतक कर उन्हें लाल चोगा पहनाया काँटों का मुकुट गूंथकर उनके सर पर रखा और उनके दाहिने हाथ में सरकंडा थमा दिया। तब उनके सामने घुटने तक कर उन्होंने यह कहते हुए उनका उपहास किया। ' प्रभु ईसा ने क्रूस पर सभी को क्षमा देने के लिए प्रार्थना की।
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