शुक्रवार, 31 अगस्त 2018

प्रभु ईसा और मित्रता

दोस्ती कैसी हो प्रभु ईसा हमें बताते हैं।  दोस्ती एक चमकता प्रकाश है जो की हमारे जीवन में हमारे आसपास सबकुछ जगमगा देते है।  दोस्ती समझ है कॉन्ट्रैक्ट नहीं।  दोस्त ऐसी फॅमिली है जिन्हें हम खुद चुनते हैं।  कहते हैं संगति का असर होता है।  यह सच भी है।  मित्रता कैसी हो प्रभु ईसा ने हमें बताया है।  प्रभु ईसा ने अपने मित्रों के लिए अपना जीवन अर्पित कर दिया।  इससे बड़ा प्रेम हम से कौन कर सकता है।  हम अनेक लोगों से मिलते हैं।  और कई हमारे दोस्त होने का दावा भी करते हैं पर असल में दोस्ती की परख जरुरत के समय होती है।  दोस्त ऐसा हो जो हमें बताये की हम कहाँ गलत हैं और कहाँ सही।  दोस्त ऐसा हो जो की हम पर गर्व करे और हमारा साथ दे।  सच में दोस्ती का रिश्ता दिल से होना चाहिए। सच्ची दोस्ती से बहुमूल्य कुछ नहीं।  एक ऐसा व्यक्ति जो की हमें समझे हमारा सहारा हो।  और प्रभु ईसा से बढ़कर ऐसा सच्चा दोस्त कोई हो सकता है। 


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