बुधवार, 27 जून 2018

ईसा संसार का मुक्तिदाता

ईश्वर ने संसार को इतना प्यार किया कि उसने उसके लिए अपने एकलौते पुत्र को अर्पित कर दिया जिससे जो उसमें विश्वास करता है उसका सर्वनाश न हो बल्कि अनंत जीवन प्राप्त करे।  ईश्वर ने अपने पुत्र को संसार में इसलिए नहीं भेजा की वह संसार को दोषी ठहराये।  उसने उसे इसलिए भेजा है कि संसार उसके द्वारा मुक्ति प्राप्त करे।  जो पुत्र में विश्वास करता है वह दोषी नहीं ठहराया जाता है।  जो विश्वास नहीं करता वह दोषी ठहराया जा चुका है क्यूंकि वह ईश्वर के इकलौते पुत्र के नाम में विश्वास नहीं करता।  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें