यदि जड़ पवित्र है तो डालियाँ भी पवित्र है। यदि कुछ डालियाँ तोड़ कर अलग कर दी गयी हैं और आप जो जंगली जैतून हैं उनकी जगह पर कलम लगाए गए और जैतून के रस के भागीदार बनें तो आप अपने को डालियों से बढ़ कर न समझें। यदि आप गरब करना चाहते हैं तो याद रखें की आप जड़ को नहीं सँभालते बल्कि जड़ आपको संभालती है। आप कहेगें डालियाँ इसलिए काट कर अलग कर दी गयी की मुझे कलम लगाया जाये। ठीक है वे अविश्वास के कारण अलग कर दिए गए और आप विश्वास के बल पर अपने स्थान पर टिके हुए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें