जो ऊपर से आता है वह सर्वोपरि है। जो पृथ्वी से आता है वो पृथ्वी का है और पृथ्वी की बातें बोलता है। जो स्वर्ग से आता है वो सर्वोपरि है। उसने जो कुछ सुना और देखा है वह उसी का साक्ष्य देता है किन्तु उसका साक्ष्य कोई स्वीकार नहीं करता। जो उसका साक्ष्य स्वीकार करता है वह ईश्वर की सत्यता प्रमाणित करता है। जिसे ईश्वर ने भेजा है वह ईश्वर के ही शब्द बोलता है क्यूंकि ईश्वर उसे प्रचुर मात्रा में पवित्रात्मा प्रदान करता है। पिता पुत्र को प्यार करता है और उसने उसके हाथ में सब कुछ दे दिया है।
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