जो लोग इसा मसीह से संयुक्त हैं उनके लिए अब कोई दंडाज्ञा नहीं रह गयी है क्यूंकि आत्मा के विधान ने जो इसा मसीह द्वारा जीवन प्रदान करता है मुझ को पाप तथा मृत्यु की अधीनता से मुक्त कर दिया है। मानव स्वभाव की दुर्बलता के कारन मूसा की संहिता जो कार्य करने मैं असमर्थ थी वह कार्य ईश्वर ने कर दिया है। उसने पाप के प्रायश्चित के लिए अपने पुत्र को भेजा जिसने पापी मनुष्य के सदृश्य शरीर धारण किया। इस प्रकार ईश्वर ने मानव शरीर में पाप को दण्डित किया है जिससे हम में जो की शरीर के अनुसार नहीं बल्कि आत्मा के अनुसार आचरण करते हैं -संहिता की धार्मिकता पूर्णता तक पहुंच जाये।
[Rom 8:1-4]
[Rom 8:1-4]
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें