उनके भोजन करते समय ईसा ने रोटी ले ली और धन्यवाद की प्रार्थना पढ़ने के बाद उसे तोड़ा और उसे यह कहते हुए शिष्यों को दिया `ले लो और खाओ। यह मेरा शरीर है। ' तब उन्होंने प्याला ले कर धन्यवाद की प्रार्थना पढ़ी और यह कहते हुए शिष्यों को दिया `तुम सब इसमें से पियो क्यूंकि यह मेरा रक्त है विधान का रक्त जो बहुतों की पाप क्षमा के लिए बहाया जा रहा है।
[Mt 26:26-28]
[Mt 26:26-28]
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